तब याद करना

Monday, August 16, 2010

जब मन हो उदास,
तब याद करना।
जब दिल मेँ हो कोई बात,
तब याद करना।

दुआँ करते हैँ, तुम खुश रहो,
आँखो मेँ आँशु आए,
तब याद करना।

जो चाहोँ वो मिल जाए,
दिल की हसरत कबूल हो जाए,
हर रास्ते मेँ फूल बीँछे हो,
अगर काँटा कोई मिल जाए,
तब याद करना।

क्या कहुँ तुमसे,तुम सब जानते हो,
प्यार करते हैँ तुमसे,
ये भी मानते हो,
दूर रहते हो,मुझसे फिर भी तुम,
जब नज़रे सभी चुराये,
तब याद करना।

हर वक्त याद करते हैँ तुमेँ,
हर वक्त दिल मेँ रखते हैं तुमें,
पर तुम ये समझोगे कहाँ,
जब कभी समझ आए,
तब याद करना।

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