Humpty Dumpty

Thursday, March 11, 2010



Humpty Dumpty sat on a wall,
Humpty Dumpty had a great fall.
All the king's horses and all the king's men
Couldn't put Humpty together again.

Twinkle Twinkle Little Star



Twinkle, twinkle, little star,
How I wonder what you are!
Up above the world so high,
Like a diamond in the sky!

Twinkle, twinkle, little star,
How I wonder what you are!-2

When the blazing sun is gone,
When he nothing shines upon,
Then you show your little light,
Twinkle, twinkle, all the night.

Then the traveler in the dark,
Thanks you for your tiny spark,
He could not see which way to go,
If you did not twinkle so.

In the dark blue sky you keep,
And often through my curtains peep,
For you never shut your eye,
Till the sun is in the sky.

As your bright and tiny spark,
Lights the traveler in the dark,—
Though I know not what you are,
Twinkle, twinkle, little star-2.

इतनी शक्ति हमें देना दाता

Wednesday, March 10, 2010


इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन् का वीश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना...


हर तरफ ज़ुल्म है बेबसी है
सहमा सहमा सा हर आदमी है
पाप का बोझ बढ़ता ही जाये
जाने कैसे ये धरती थमी है
बोझ ममता का तू ये उठा ले
तेरी रचना का ये अंत हो ना...
हम चले...


दूर अग्यान के हो अँधेरे
तू हमें ग्यान की रौशनी दे
हर बुराई से बचके रहे हम
जितनी भी दे, भली ज़िन्दगी दे
बैर हो ना किसीका किसीसे
भावना मन् में बदले की हो ना...
हम चले...


हम ना सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाटें सभी को
सबका जीवन ही बन जाये मधुबन
अपनी करुना को जब तू बहा दे
करदे पावन हर इक मन का कोना...
हम चले...


हम अँधेरे में हैं रौशनी दे,
खो ना दे खुद को ही दुश्मनी से,
हम सज़ा पाए अपने किये की,
मौत भी हो तो सह ले खुशी से,
कल जो गुजारा है फिरसे ना गुजारे,
आनेवाला वो कल ऐसा हो ना...
हम चले नेक रास्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना...


इतनी शक्ति हमें दे ना दाता,
मन् का वीश्वास कमजोर हो ना...

हम को मन की शक्ति देना



हम को मन की शक्ति देना, मन विजय करे
दूसरों की जे से पहले, खुद को जे करे

भेदभाव अपने दिल से साफ़ कर सके
दोस्तों से भूल हो तो माफ़ कर सके
जूठ से बचे रहे, सच कदम भरे
दूसरों की जे से पहले, खुद को जे करे

मुश्किलें पड़े तो हम पे इतना करम कर
साथ दे तो धर्म का, चले तो धर्म कर
खुद पे हौसला रहे, बड़ी से ना डरे
दूसरों की जे से पहले, खुद को जे करे

चंदा मामा



चंदा मामा दूर के
पुए पकाए बूर के,
आप खायं थाली में
मुन्ने को दें प्याली में

मछली जल की है रानी



मछली जल की है रानी
जीवन उसका है पानी
हाथ लगाओ, दर जाएगी
बाहर निकालो, मार जाएगी

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए.....



नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए (२)

खाके पीके मोटे होके चोर बैठे रेल में
चोरों वाला डिब्बा कट के पहुँचा सीधा जेल में (२)

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए

उन चोरों की खूब खबर ली मोटे थानेदार ने
मोरों को भी खूब नचाया जंगल की सरकार ने (२)

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए

अच्छी नानी प्यारी नानी रूसा रूसी छोड़ दे
जल्दी से एक पैसा दे दे तू कंजूसी छोड़ दे
अच्छी नानी प्यारी नानी रूठा रूठी छोड़ दे
जल्दी से एक पैसा दे दे तू कंजूसी छोड़ दे

नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए (२)

Universal Prayer of the Theosophical Society by Dr. Annie Besant

Tuesday, March 9, 2010

O Hidden Life, vibrant in every atom;
O Hidden Light, shining in every creature;
O Hidden Love, embracing all in Oneness;
May all who feel themselves as one with Thee,
Know they are therefore one with every other.

Humko mann ki shakti dena in English

Give me the strength for victory over my own mind
Before I try to gain victory over the minds of others
Help me to remove differences of caste, creed and culture from my heart
Help me to forgive others when they make mistakes
Help me to stay away from falsehood and stays steadfast on the path of truth
Give me the strength for victory over my own mind
Before I try to gain victory over the minds of others
Help me to hold on to my faith when faced with hardships
Help me to keep up my courage and confidence in times of trial
Help me to stay away from falsehood and stays steadfast on the path of truth
Give me the strength for victory over my own mind
Before I try to gain victory over the minds of others

School Days Prayer(s)...........

Our Destiny with Truth---Rabindranath Tagore

Where the mind is without fear and the head is held high;
Where knowledge is free;
Where the world has not been broken up into fragments by narrow domestic walls;
Where the words come out from the depth of truth;
Where tireless striving stretches its arms towards perfection;
Where the clear stream of reason has not lost its way into the dreary desert sand of dead habit;
Where the mind is led forward by Thee into ever-widening thought and action;
Into that heaven of freedom, my Father, let my country awake.


Pledge

India is my country and all Indians are my brothers and sisters.
I love my country and I am proud of its rich and varied heritage.
I shall always strive to be worthy of it.
I shall give respect to my parents, teachers and elders and treat everyone with courtesy.
To my country and my people, I pledge my devotion.
In their well being and prosperity alone, lies my happiness.

साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल…..



A tribute to the Father of the Nation…॥

साबरमती के संत
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्‌ग बिना ढाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

धरती पे लड़ी तूने अजब ढब की लड़ाई
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई

चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

शतरंज बिछा कर यहां बैठा था ज़माना
लगता था कि मुश्किल है फिरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था दाना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना

मारा वो कस के दांव कि उल्टी सभी की चाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े
मजदूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़े
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े

फूलों की सेज छोड़ के दौड़े जवाहरलाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

मन में थी अहिंसा की लगन तन पे लंगोटी
लाखों में घूमता था लिये सत्य की सोंटी
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी

दुनियां में तू बेजोड़ था इंसान बेमिसाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

जग में कोई जिया है तो बापू तू ही जिया
तूने वतन की राह में सबकुछ लुटा दिया
मांगा न कोई तख्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया

जिस दिन तेरी चिता जली रोया था महाकाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

हम होंगे कामयाब…



A true inspirational song since childhood for all…॥

होंगे कामयाब होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो हो मन मे है विश्वास
पूरा है विश्वास हम होंगे कामयाब एक दिन

होगी शांति चारो ओर
होगी शांति चारो ओर
होगी शांति चारो ओर एक दिन
हो हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास होगी शांति चारों ओर एक दिन ॥१॥

हम चलेंगे साथ साथ
डाल हाथों में हाथ
हम चलेंगे साथ साथ एक दिन
हो हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास हम चलेंगे साथ साथ एक दिन॥२॥

नही डर किसी का आज
नहीं भय किसी का आज
नहीं डर किसी का आज के दिन
हो हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास नही डर किसी का आज एक दिन ॥३॥

हम होंगे कामयाब एक दिन-2

मानवता के मन मन्दिर में…..



An awesome song which we recited in our school days.....

मानवता के मन मन्दिर में
ज्ञान का दीप जला दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

दुःख दरिद्द्रता का नाश करो
मानव के कष्ट मिटा दो
अमृत की वर्षा बरसाकर
भू की प्यास बुझा दो
खेतों में हरियाली भर दो
धान के ढेर लगा दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

मानवता के मन मन्दिर में
ज्ञान का दीप जला दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

नव प्रभात फिर महक उठे
मेरे भारत की फुलवारी
सब हो एक समान जगत में
कोई न रहे भिखारी
एक बार माँ वसुंधरा को
नव श्रृंगार करा दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

मानवता के मन मन्दिर में
ज्ञान का दीप जला दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो-2

कुछ अनकही शायरियाँ.........भाग 3

Wednesday, March 3, 2010



१.यादों की धुंध में तेरी परछाई सी लगती है,
सन्नाटे में गूंजती शहनाई सी लगती है,
तुम करीब हो तो अपनापन है,
वरना सीने में साँस भी पराई सी लगती है॥

२.कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर दुनिया लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया,किस-किस को भुला देते,
अपने दिल का दर्द दिल में ही रखा,
करते बयान तो महफ़िल को रुला देते॥

३.जुगनू को महताब बनाना पड़ता है,
आंसू को सैलाब बनाना पड़ता है,
फूलों पर जब कोई हमला करता है,
तो खुशबू को तेजाब बनाना पड़ता है॥

४.जब कहीं तन्हाई में आपकी याद आती है,
दिल से एक ही फ़रियाद आती है,
खुदा आपको हर ख़ुशी दे,
क्यूंकि आज भी हमारी हर ख़ुशी आपके बाद आती है॥

५.मिलती हैं नज़रें,दिल मिलाया नहीं जाता,
आगाज़ को अंजाम बनाया नहीं जाता,
यह तो सिर्फ शुरुआत है मेरी जान,
दिल का हाल शब्दों में बयान किया नहीं जाता॥

६.तेरी मुस्कराहट मेरी पहचान है,
तेरी ख़ुशी ही मेरी जान है,
कुछ भी नहीं मेरी ज़िन्दगी,
बस इतना समझ लीजिये,
तेरी मोहब्बत ही मेरी शान है॥

७.दिल-ए-बेताब संभाले से संभालता नहीं,
तेरे बिन अब यह ख्यालों से बहलता ही नहीं,
यूँ तो पत्थर मेरे छूने से पिघल जाते हैं,
संगदिल तू मेरे अश्कों से पिघलता नहीं॥

To be continued....

"200" gift on 26th birthday





Well I think this man(Sachin Tendulkar),is the only man whom I cannot tie in the chain of words।what an awful and faultless 200 he made against one of the most powerful and commanding Proteas on 24th February.This inning of Sachin became really special to me as it came just 2 days before my 26th Birthday on 26th February 2010 and which I treat as my Best Birthday Gift I got as it was those moments which we the Indians enjoyed as well as lived with him on the 24th and felt like each and every one of us has made a double century,an inning from the master that brought the pulse of many Indians in right direction and made a deep impact on the heart,that cannot be erased for the coming years also.


If someone will count on the records made by Sachin on the field then he/she will find that it is itself a world record(70+ records) and even if we will start mentioning it one by one,then by the time we will reach the end,this man would have changed many already existing and created many more also.

A real "GEM" of India who truly deserves the highest recognition of India i.e. "Bharat Ratna",is a person who has served as a role model for many Indians for years and will continue for generations coming next also in the years to come.

Every time people criticized him or tried to find fault in him,he bounced back more strongly and toughly to show the world that why he is the best and incomparable.As it is rightly said,that if the World hits you hard,you hit back more hard and tough and prove your worth,which is truly done by this man continuously and consistently from over the years and would be done or the years to come also.

I still do not understand why we people flush all our day to day frustrations and irritations on sportsman failing to recognize that they too are human only who give their entire worth to entertain us but what a return they get most of the time is really shameful.

I am using "most of the time",because most of the time their recognition is of shorter duration compared to the ills they faced by common man in their life which really hurts them and sensible people also who wants to serve the countrymen by the way of sports but take their steps back most of the time by seeing the prevailing situations.

But in the era of desperation and all type of odds,Sachin is one of those sportsman in the country who has emerged above all boundaries and limitations and reached a remarkable level in each and everyone's eye and is rightly said and treated as "GOD" of Cricket because he is the only one who deserves such recognition.


Hats off to the Master and may we be pleased by his long career with more blasts day by day.

कुछ अनकही शायरियाँ.........भाग 2

Tuesday, March 2, 2010



१.कितने चेहरे हैं इस दुनिया में,
पर हमको एक ही चेहरा नज़र आता है,
दुनिया को हम क्या सिखाएँ,
यादों में ही सारा वक़्त गुज़र जाता है॥

२.मिलकर जुदा हुए तो ना सोया करेंगे हम,
एक-दूसरे की याद में रोया करेंगे हम,
आंसू छलक-छलक कर सतायेंगे रात भर,
मोती पलक-पलक में पिरोया करेंगे हम,
जब दूरियों की आग दिलों को जलायेगी,
जिस्मों को चाँदनी में भिगोया करेंगे हम॥

३.ना कोई मंजिल ना कोई सहारा है,
ना कोई आंसू,ना ख़ुशी का कोई इशारा है,
पर आप हैं तो लगता है की,
की इस जहाँ में कोई तो है जो हमारा है॥

४.मैं बनूँ प्रेरणा,तुम गीत लिखो,
प्रेम ग़र जंग है,तुम जीत लिखो,
तुम मेरी चाहतों की मंजिल हो,
कदम-कदम पर मेरा नाम मेरे मीत लिखो॥

५.ज़िन्दगी एक रात है,
जिसमें न जाने कितने ख्वाब हैं,
जो मिल गया वो अपना है,
जो टूट गया वो सपना है॥

६.प्रेम को शब्द में ढालूँ कैसे,
दिल की धडकनों को सम्भालूँ कैसे,
तुम मेरे प्रेम में रंगी हो प्रिये,
रंग तारीफ का मैं अब तुम पर डालूँ कैसे॥

७.तुमसे ही रोशन है चिराग ज़िन्दगी का,
तुमसे ही रंगीन है हर लम्हा ज़िन्दगी का,
ग़र तुम आती हमसफ़र बनके,
तो अधूरा ना रह जाता यह सफ़र ज़िन्दगी का॥


To be continued.....

कुछ अनकही शायरियाँ.........भाग 1



१.उनके लिए पैग़ाम लिखते हैं,
साथ गुजरी बातें तमाम लिखते हैं,
दीवानी हो जाती है वो कलम भी,
जिस कलम से हम उनका नाम लिखते हैं॥

२.अंजाम-ए-मोहब्बत यही होता है ज़माने में,
जल जाते हैं परवाने शमा के जलने से पहले॥

३.चाँद से पूछो या मेरे दिल से,
तन्हा कैसे रात बिताई जाती है,
कागज़ की नाव दरिया में बहाकर,
तूफानों से शर्त लगाईं जाती है॥

४.ज़मीन उसकी है,
यह आसमान उसका है,
किरायेदार हैं हम तो बस,
मकान उसका है॥

५.वो दोस्त था मेरा,पर दुश्मनी निभा गया,
जाते-जाते अपनी हकीकत बता गया,
बेकसूरी भी एक जुर्म था मेरा,
गुनाह करके खुद,मुझे मुजरिम बता गया॥

६.कहीं अँधेरा तो कहीं शाम होगी,
हमारी हर ख़ुशी आपके नाम होगी,
कुछ माँग कर तो देखिये हमसे,
होठों पे हसी और हथेली पे जान होगी॥

७.ना याद करना है उसको,ना भूल जाना है,
तमाम उम्र हमें दिल को आजमाना है,
चिराग शब में जहाँ आँसुओं से जलते हैं,
उसी गली में हमारा गरीबखाना है॥


To be continued.....

कुछ इस तरह...



खिलते रहना कलियों की तरह,
महकते रहना फूलों की तरह,
गाते रहना झरनों की तरह,
चलते रहना लहरों की तरह,
ग़म को पीना अमृत की तरह,
हँसकर जीना बसंत की तरह,
काम को करना कुछ इस तरह,
की किस्मत खुद तुमसे पूछे,
की मैं तेरे पास आऊँ किस तरह॥

मोहित कुमार जैन

Love Expressed as....



मैं तुम्हें दिन और रात अपने ख्यालों में सोचता रहता हूँ,पर अब चाहता हूँ की तुम उन ख्यालों से निकलकर मेरी ज़िन्दगी में शामिल हो जाओ। मेरे बराबर खड़ी होकर,मेरा हाथ थामकर,यह ज़िन्दगी का सफ़र पूरा करो।

उन तमाम सपनो को जिनमे मैंने तुम्हें देखा है,आज हकीकत बनने से मैं नहीं रोकना चाहता,हो सकता है की कोई मुझसे भी अच्छा हमसफ़र तुम्हें ज़िन्दगी में मिल सके,पर मुझसे ज्यादा प्यार करने वाला कोई दूसरा नहीं मिलेगा।

अगर तुम मेरा हाथ थामकर इस ज़िन्दगी के सफ़र पर चलने का वादा करो तो मैं भी तुम्हारे हर कदम के नीचे अपनी पलकों को बिछाने का वादा करता हूँ ताकि तुम्हें कोई चोट न लगे।

अगर तुम इस ज़िन्दगी में मेरी हमसफ़र बन जाने को तैयार हो जाओ,तो मैं खुदा से लड़कर भी इस जीवन को खत्म नहीं होने दूंगा,और तुम्हारे साथ बीतने वाले हर पल को संजो कर अपनी यादों के बगीचे में गुलों की तरह सीचूंगा,और उसकी खुशबू से तुम्हारे जीवन के हर पल को महकाने की कोशिश करूँगा....


तुम्हारा.....