मानवता के मन मन्दिर में…..

Tuesday, March 9, 2010



An awesome song which we recited in our school days.....

मानवता के मन मन्दिर में
ज्ञान का दीप जला दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

दुःख दरिद्द्रता का नाश करो
मानव के कष्ट मिटा दो
अमृत की वर्षा बरसाकर
भू की प्यास बुझा दो
खेतों में हरियाली भर दो
धान के ढेर लगा दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

मानवता के मन मन्दिर में
ज्ञान का दीप जला दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

नव प्रभात फिर महक उठे
मेरे भारत की फुलवारी
सब हो एक समान जगत में
कोई न रहे भिखारी
एक बार माँ वसुंधरा को
नव श्रृंगार करा दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो

मानवता के मन मन्दिर में
ज्ञान का दीप जला दो
करुणा निधान भगवान् मेरे
भारत को स्वर्ग बना दो-2

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